इज़राइल व हमास के बीच युद्धविराम वार्ता आज से दोहा व काहिरा में फिर से होगी शुरू
इज़राइल व हमास के बीच युद्धविराम वार्ता आज से दोहा व काहिरा में फिर से होगी शुरू
तेल अवीव, 30 मार्च । इजराइल और हमास के बीच अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता शनिवार से कतर की राजधानी दोहा और मिस्र की राजधानी काहिरा में फिर से शुरू होने वाली है।
इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वार्ता फिर से शुरू करने के लिए दो प्रतिनिधिमंडल भेजने पर सहमत हो गए हैं।
दोहा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया करेंगे, जबकि काहिरा जाने वाली टीम का नेतृत्व शिन बेट के प्रमुख रोनेन बार करेंगे।
इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, वह बंधकों और लापता व्यक्तियों के परिवारों के दबाव के बाद प्रतिनिधिमंडलों को भेजने पर सहमत हुए हैं।
हमास की ओर से मध्यस्थों द्वारा रखी गई कई मांगों को अस्वीकार करने के बाद इजराइली पक्ष पिछले हफ्ते वार्ता से हट गया था। इसमें स्थायी युद्धविराम और इज़राइली जेलों से कई फ़िलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है।
इजराइली रक्षा मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि इजराइल कभी भी स्थायी युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा और उसे कई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर भी आपत्ति है।
इन सूत्रों के अनुसार, इज़राइल का मानना है कि उसकी सेना ने हमास की कमर तोड़ दी है और अब हमास सैन्य रूप से खड़ा नहीं हो सकता।
पिछले सप्ताह दोहा में बातचीत के दौरान, इज़राइल ने 40 इज़राइली बंधकों के बदले में 700 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पर सहमति व्यक्त की थी, लेकिन हमास की स्थायी युद्धविराम की मांग के बाद वह वार्ता से हट गया था।
(आईएएनएस)
तेल अवीव, 30 मार्च । इजराइल और हमास के बीच अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता शनिवार से कतर की राजधानी दोहा और मिस्र की राजधानी काहिरा में फिर से शुरू होने वाली है।
इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वार्ता फिर से शुरू करने के लिए दो प्रतिनिधिमंडल भेजने पर सहमत हो गए हैं।
दोहा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया करेंगे, जबकि काहिरा जाने वाली टीम का नेतृत्व शिन बेट के प्रमुख रोनेन बार करेंगे।
इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, वह बंधकों और लापता व्यक्तियों के परिवारों के दबाव के बाद प्रतिनिधिमंडलों को भेजने पर सहमत हुए हैं।
हमास की ओर से मध्यस्थों द्वारा रखी गई कई मांगों को अस्वीकार करने के बाद इजराइली पक्ष पिछले हफ्ते वार्ता से हट गया था। इसमें स्थायी युद्धविराम और इज़राइली जेलों से कई फ़िलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है।
इजराइली रक्षा मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि इजराइल कभी भी स्थायी युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा और उसे कई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर भी आपत्ति है।
इन सूत्रों के अनुसार, इज़राइल का मानना है कि उसकी सेना ने हमास की कमर तोड़ दी है और अब हमास सैन्य रूप से खड़ा नहीं हो सकता।
पिछले सप्ताह दोहा में बातचीत के दौरान, इज़राइल ने 40 इज़राइली बंधकों के बदले में 700 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पर सहमति व्यक्त की थी, लेकिन हमास की स्थायी युद्धविराम की मांग के बाद वह वार्ता से हट गया था।
(आईएएनएस)