ऑल टाइम हाई छूने के बाद 23,400 के नीचे बंद हुआ निफ्टी
ऑल टाइम हाई छूने के बाद 23,400 के नीचे बंद हुआ निफ्टी
मुंबई, 13 जून । भारतीय शेयर बाजार के लिए गुरुवार का कारोबारी सत्र मुनाफे वाला रहा। बाजार के ज्यादातर सूचकांक हरे निशान में बंद हुए हैं। सेंसेक्स 204 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,810 अंक और निफ्टी 75 अंक या 0.33 प्रतिशत बढ़कर 23,398 पर बंद हुआ है। कारोबार की शुरुआत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य बेंचमार्क ने 23,481 अंक का नया ऑल-टाइम हाई बनाया। लेकिन, कारोबार के दौरान निफ्टी उच्च स्तर पर टिकने में कामयाब नहीं रहा। पिछले एक वर्ष से भारतीय शेयर बाजार में तेजी का ट्रेंड बना हुआ है। इसका असर निफ्टी पर देखने को मिला है। निफ्टी ने बीते एक महीने में 5.88 प्रतिशत, छह महीने में 11.84 प्रतिशत, इस वर्ष की शुरुआत से अब तक 7.65 प्रतिशत और पिछले एक साल में करीब 25 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। निफ्टी में तेजी के पीछे की वजह भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती, देश में स्थिर सरकार और कॉरपोरेट की आय में बढ़ोतरी होना है। छोटे और मझोले शेयरों में भी तेजी का ट्रेंड बना हुआ है।
कारोबारी दिन में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 426 अंक या 0.79 प्रतिशत बढ़कर 54,652 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 119 अंक या 0.67 प्रतिशत बढ़कर 17,908 अंक पर बंद हुआ। इंडिया विक्स में गुरुवार को 6.32 प्रतिशत की गिरावट हुई है और यह 13.48 पर था। सेक्टर के हिसाब से देखें तो ऑटो, आईटी, फार्मा, रियल्टी, इन्फ्रा और पीएसई बढ़कर बंद हुए हैं। एफएमसीजी, मीडिया और निजी बैंक के इंडेक्स दबाव के साथ बंद हुए हैं। सेंसेक्स पैक में 30 में से 21 शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं। एमएंडएम, टाइटन, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट और विप्रो टॉप गेनर्स थे। एचयूएल, आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड और एक्सिस बैंक टॉप लूजर्स थे। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिका और भारत में महंगाई कम होने से बाजार को सहारा मिला है। हालांकि, उम्मीद की जा रही थी कि फेड 2024 में कम से कम दो बार ब्याज दर में कमी करेगा, लेकिन अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा स्पष्ट किया जा चुका है कि 2024 में ब्याज दर में एक ही बार कटौती होने की संभावना है। इस वजह से बाजारों में मिला-जुला कारोबार हुआ है। (आईएएनएस)
मुंबई, 13 जून । भारतीय शेयर बाजार के लिए गुरुवार का कारोबारी सत्र मुनाफे वाला रहा। बाजार के ज्यादातर सूचकांक हरे निशान में बंद हुए हैं। सेंसेक्स 204 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,810 अंक और निफ्टी 75 अंक या 0.33 प्रतिशत बढ़कर 23,398 पर बंद हुआ है। कारोबार की शुरुआत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य बेंचमार्क ने 23,481 अंक का नया ऑल-टाइम हाई बनाया। लेकिन, कारोबार के दौरान निफ्टी उच्च स्तर पर टिकने में कामयाब नहीं रहा। पिछले एक वर्ष से भारतीय शेयर बाजार में तेजी का ट्रेंड बना हुआ है। इसका असर निफ्टी पर देखने को मिला है। निफ्टी ने बीते एक महीने में 5.88 प्रतिशत, छह महीने में 11.84 प्रतिशत, इस वर्ष की शुरुआत से अब तक 7.65 प्रतिशत और पिछले एक साल में करीब 25 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। निफ्टी में तेजी के पीछे की वजह भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती, देश में स्थिर सरकार और कॉरपोरेट की आय में बढ़ोतरी होना है। छोटे और मझोले शेयरों में भी तेजी का ट्रेंड बना हुआ है।
कारोबारी दिन में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 426 अंक या 0.79 प्रतिशत बढ़कर 54,652 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 119 अंक या 0.67 प्रतिशत बढ़कर 17,908 अंक पर बंद हुआ। इंडिया विक्स में गुरुवार को 6.32 प्रतिशत की गिरावट हुई है और यह 13.48 पर था। सेक्टर के हिसाब से देखें तो ऑटो, आईटी, फार्मा, रियल्टी, इन्फ्रा और पीएसई बढ़कर बंद हुए हैं। एफएमसीजी, मीडिया और निजी बैंक के इंडेक्स दबाव के साथ बंद हुए हैं। सेंसेक्स पैक में 30 में से 21 शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं। एमएंडएम, टाइटन, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट और विप्रो टॉप गेनर्स थे। एचयूएल, आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड और एक्सिस बैंक टॉप लूजर्स थे। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिका और भारत में महंगाई कम होने से बाजार को सहारा मिला है। हालांकि, उम्मीद की जा रही थी कि फेड 2024 में कम से कम दो बार ब्याज दर में कमी करेगा, लेकिन अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा स्पष्ट किया जा चुका है कि 2024 में ब्याज दर में एक ही बार कटौती होने की संभावना है। इस वजह से बाजारों में मिला-जुला कारोबार हुआ है। (आईएएनएस)