नक्सल भय, प्रत्याशियों के बैनर-झंडे गायब 11 प्रत्याशी मैदान में, शेष बचे 12 दिन
नक्सल भय, प्रत्याशियों के बैनर-झंडे गायब 11 प्रत्याशी मैदान में, शेष बचे 12 दिन
छत्तीसगढ़ संवाददाता
भोपालपटनम, 7 अप्रैल। जिले के अंतिम छोर में बसे भोपालपटनम ब्लॉक व नगर क्षेत्र में राष्ट्रीय दल भाजपा व कांग्रेस के झंडे गायब हैं। लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ अब कुछ ही दिन बचे हैं, अगले सप्ताह में चुनाव प्रचार थम जाएगा, ऐसे में बस्तर लोकसभा सीट के प्रत्याशियों के न तो बैनर दिखाई पड़ रहे हंै और न पोस्टर हंै।
ऐसा माना जा रहा है कि इसका सबसे बड़ा कारण नक्सल भय है। देखा गया है कि पिछले तीन महीनों में नक्सलियों ने राजनीतिक से जुड़े लोगों की हत्या की है और लगाकर नक्सल घटनाएं बढ़ती जा रही है। इधर, पुलिस का दबाव काफी बढ़ चुका है। आये दिन कुछ न कुछ घटना हो रही है। इसको देखकर कार्यकर्ताओं में डर का माहौल बना हुआ है।
कार्यकर्ता काम करने को तैयार नहीं
बताया जाता है कि नक्सल भय से मौजूदा समय में राजनीतिक दलों का काम करने को कोई तैयार नहीं है। पार्टी के झंडे उठाकर घूमने की हिम्मत कोई जुटा नहीं पा रहा है। कार्यकर्ता ऐसे क्षेत्र में प्रचार-प्रसार करने से कतरा रहे हंै।
17 तारीख की शाम थमेगा प्रचार
राष्ट्रीय दल क्षेत्रीय दल व निर्दलीय मिलाकर बस्तर लोकसभा सीट पर ग्यारह प्रत्याशी मैदान में हैं। नामांकन संबंधित सारी प्रक्रियाए पूरी हो चुकी है व मतदान के लिए 12 दिन बचे हुए हैं, 17 तारीख की शाम को प्रचार पूरी तरह थम जाएगा।
बाजारों में चुनाव की रौनक नहीं
बस्तर में अमूमन देखा गया है कि साप्ताहिक बाजारों वाले दिनों में प्रत्याशी व कार्यकर्ता प्रचार के लिए माइक पोस्टर लेकर पहुँचते हैं, लेकिन इस दफा ऐसा कुछ नजर नहीं जा रहा है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
भोपालपटनम, 7 अप्रैल। जिले के अंतिम छोर में बसे भोपालपटनम ब्लॉक व नगर क्षेत्र में राष्ट्रीय दल भाजपा व कांग्रेस के झंडे गायब हैं। लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ अब कुछ ही दिन बचे हैं, अगले सप्ताह में चुनाव प्रचार थम जाएगा, ऐसे में बस्तर लोकसभा सीट के प्रत्याशियों के न तो बैनर दिखाई पड़ रहे हंै और न पोस्टर हंै।
ऐसा माना जा रहा है कि इसका सबसे बड़ा कारण नक्सल भय है। देखा गया है कि पिछले तीन महीनों में नक्सलियों ने राजनीतिक से जुड़े लोगों की हत्या की है और लगाकर नक्सल घटनाएं बढ़ती जा रही है। इधर, पुलिस का दबाव काफी बढ़ चुका है। आये दिन कुछ न कुछ घटना हो रही है। इसको देखकर कार्यकर्ताओं में डर का माहौल बना हुआ है।
कार्यकर्ता काम करने को तैयार नहीं
बताया जाता है कि नक्सल भय से मौजूदा समय में राजनीतिक दलों का काम करने को कोई तैयार नहीं है। पार्टी के झंडे उठाकर घूमने की हिम्मत कोई जुटा नहीं पा रहा है। कार्यकर्ता ऐसे क्षेत्र में प्रचार-प्रसार करने से कतरा रहे हंै।
17 तारीख की शाम थमेगा प्रचार
राष्ट्रीय दल क्षेत्रीय दल व निर्दलीय मिलाकर बस्तर लोकसभा सीट पर ग्यारह प्रत्याशी मैदान में हैं। नामांकन संबंधित सारी प्रक्रियाए पूरी हो चुकी है व मतदान के लिए 12 दिन बचे हुए हैं, 17 तारीख की शाम को प्रचार पूरी तरह थम जाएगा।
बाजारों में चुनाव की रौनक नहीं
बस्तर में अमूमन देखा गया है कि साप्ताहिक बाजारों वाले दिनों में प्रत्याशी व कार्यकर्ता प्रचार के लिए माइक पोस्टर लेकर पहुँचते हैं, लेकिन इस दफा ऐसा कुछ नजर नहीं जा रहा है।