पुलिस ने कैलिफोर्निया विवि में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के तंबुओं को हटाना शुरू किया
पुलिस ने कैलिफोर्निया विवि में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के तंबुओं को हटाना शुरू किया
लॉस एंजिलिस, 2 मई। पुलिस ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिलिस (यूसीएलए) परिसर में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के शिविर से बृहस्पतिवार को बैरिकेड हटा दिये और अब उनके तंबुओं को हटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की इस कार्रवाई से करीब 24 घंटे पहले, परिसर में फलस्तीन समर्थक और इजराइल समर्थक प्रतिद्वंद्वी समूहों में झड़प हुई थी।
अधिकारियों ने बुधवार देर रात यह अभियान शुरू किया। प्रदर्शनकारियों ने वहां से हट जाने की पुलिस की अपील को ठुकरा दिया। अधिकारियों ने लाउड स्पीकर के जरिये प्रदर्शनकारियों से वहां से हटने की अपील की। साथ ही नहीं हटने की स्थिति में गिरफ्तारी की धमकी दी। उस समय वहां सैंकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र थे।
पुलिस की कार्रवाई से पहले सुरक्षा बल के हेलीकॉप्टर ऊपर मंडराने लगे और कई गाड़ियां भी वहां पहुंचीं। इसी दौरान पुलिस परिसर के अंदर घुस गई।
पुलिस ने तंबुओं के आसपास के बैरिकेड को योजनाबद्ध तरीके से तोड़ दिया जिससे प्रदर्शनकारियों के दर्जनों तंबुओं तक रास्ता साफ हो गया। पुलिस ने तंबुओं को भी उखाड़ना शुरू कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस का प्रतिरोध करने की कोशिश की। उन्होंने बुधवार को दोपहर में अपने तंबुओं के पास अस्थायी अवरोध खड़े कर दिए थे और उस दौरान राज्य और परिसर की पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पश्चिम एशिया में, ईरान के सरकारी टेलीविजन ने पुलिस कार्रवाई का सीधा प्रसारण किया। कतर के अल जजीरा उपग्रह नेटवर्क ने भी पुलिस कार्रवाई का सीधा प्रसारण किया। इजराइली टेलीविजन नेटवर्क पर भी इसका प्रसारण किया गया।
इस बीच, विश्वविद्यालय परिसर में फलस्तीनी समर्थकों के शिविर पर प्रदर्शनकारियों के हमले को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई नहीं कर पाने पर प्रशासन और परिसर में तैनात पुलिस को कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है।
यूसीएलए में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात फलस्तीन समर्थक और इजराइल समर्थक प्रतिद्वंद्वी समूहों में झड़प हो गई थी जिसे रोकने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को बुलाया गया।
इस दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। झड़प में कम से कम 15 प्रदर्शनकारी घायल हो गए। अमेरिका के कुछ कॉलेज के परिसरों में इजराइल-हमास युद्ध को लेकर हिंसा की घटनाओं में हाल में तेजी आई है।
यूसीएलए में जहां पुलिस के अधिक हस्तक्षेप की मांग की जा रही है, वहीं इसके विपरीत, अमेरिका के अन्य परिसरों में अधिकारियों की कार्रवाई की निंदा की जा रही है। मैडिसन स्थित विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय में बुधवार तड़के पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के तंबू नष्ट हटा दिए, जिसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए।
पुलिस कोलंबिया विश्वविद्यालय में भी मंगलवार रात दाखिल हुई जहां युद्ध विरोधी प्रदर्शनकारी जमा थे और उसने प्रदर्शन को समाप्त कराया।
यूसीएलए के चांसलर जेन ब्लॉक ने एक बयान में कहा कि शिविरों पर हमले की सभी निंदा करते हैं लेकिन हमारे छात्रों, संकाय और समुदाय के सदस्यों पर यह हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है।(एपी)
लॉस एंजिलिस, 2 मई। पुलिस ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिलिस (यूसीएलए) परिसर में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के शिविर से बृहस्पतिवार को बैरिकेड हटा दिये और अब उनके तंबुओं को हटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की इस कार्रवाई से करीब 24 घंटे पहले, परिसर में फलस्तीन समर्थक और इजराइल समर्थक प्रतिद्वंद्वी समूहों में झड़प हुई थी।
अधिकारियों ने बुधवार देर रात यह अभियान शुरू किया। प्रदर्शनकारियों ने वहां से हट जाने की पुलिस की अपील को ठुकरा दिया। अधिकारियों ने लाउड स्पीकर के जरिये प्रदर्शनकारियों से वहां से हटने की अपील की। साथ ही नहीं हटने की स्थिति में गिरफ्तारी की धमकी दी। उस समय वहां सैंकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र थे।
पुलिस की कार्रवाई से पहले सुरक्षा बल के हेलीकॉप्टर ऊपर मंडराने लगे और कई गाड़ियां भी वहां पहुंचीं। इसी दौरान पुलिस परिसर के अंदर घुस गई।
पुलिस ने तंबुओं के आसपास के बैरिकेड को योजनाबद्ध तरीके से तोड़ दिया जिससे प्रदर्शनकारियों के दर्जनों तंबुओं तक रास्ता साफ हो गया। पुलिस ने तंबुओं को भी उखाड़ना शुरू कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस का प्रतिरोध करने की कोशिश की। उन्होंने बुधवार को दोपहर में अपने तंबुओं के पास अस्थायी अवरोध खड़े कर दिए थे और उस दौरान राज्य और परिसर की पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पश्चिम एशिया में, ईरान के सरकारी टेलीविजन ने पुलिस कार्रवाई का सीधा प्रसारण किया। कतर के अल जजीरा उपग्रह नेटवर्क ने भी पुलिस कार्रवाई का सीधा प्रसारण किया। इजराइली टेलीविजन नेटवर्क पर भी इसका प्रसारण किया गया।
इस बीच, विश्वविद्यालय परिसर में फलस्तीनी समर्थकों के शिविर पर प्रदर्शनकारियों के हमले को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई नहीं कर पाने पर प्रशासन और परिसर में तैनात पुलिस को कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है।
यूसीएलए में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात फलस्तीन समर्थक और इजराइल समर्थक प्रतिद्वंद्वी समूहों में झड़प हो गई थी जिसे रोकने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को बुलाया गया।
इस दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। झड़प में कम से कम 15 प्रदर्शनकारी घायल हो गए। अमेरिका के कुछ कॉलेज के परिसरों में इजराइल-हमास युद्ध को लेकर हिंसा की घटनाओं में हाल में तेजी आई है।
यूसीएलए में जहां पुलिस के अधिक हस्तक्षेप की मांग की जा रही है, वहीं इसके विपरीत, अमेरिका के अन्य परिसरों में अधिकारियों की कार्रवाई की निंदा की जा रही है। मैडिसन स्थित विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय में बुधवार तड़के पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के तंबू नष्ट हटा दिए, जिसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए।
पुलिस कोलंबिया विश्वविद्यालय में भी मंगलवार रात दाखिल हुई जहां युद्ध विरोधी प्रदर्शनकारी जमा थे और उसने प्रदर्शन को समाप्त कराया।
यूसीएलए के चांसलर जेन ब्लॉक ने एक बयान में कहा कि शिविरों पर हमले की सभी निंदा करते हैं लेकिन हमारे छात्रों, संकाय और समुदाय के सदस्यों पर यह हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है।(एपी)