पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया बड़ा बयान

कहा- पीडिया मुठभेड़ में मारे गए सभी लोग नक्सली नहीं थे रायपुर। 10 मई को पीडिया मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराने का दावा पुलिस ने किया था। ग्रामीणों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताते हुए तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए गए गांव के लोगों को मारने का आरोप पुलिस पर लगाया था। इस मामले में कांग्रेस जांच दल के नेताओं ने बीजापुर के गंगालूर थानाक्षेत्र के मुतवेंडी में पीडिया के पीड़ितों से मुलाकात की थी। संतराम नेताम की अध्यक्षता में 8 सदस्य दल ने इस मामले की जांच की थी। वहीं अब कांग्रेस नेताओं ने इस मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीसीसी चीफ दीपक बैज, फूलोदेवी नेताम, शिव डहरिया समेत दो दर्जन पदाधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान दीपक बैज ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, पीडिया मुठभेड़ में मारे गए सभी लोग नक्सली नही थे। उन्होंने कहा हमने गांववालो से बातचीत के बाद रिपोर्ट तैयार की है। सिर्फ दो लोग संघम सदस्य थे, बाकी निर्दोष ग्रामीण थे। दीपक बैज ने आगे कहा कि, आदिवासी के जान माल पर कोई समझौता कांग्रेस को मंजूर नहीं। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा कि, हम पीडिया में हुई मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग करते हैं और यह जांच हाई कोर्ट के जज की निगरानी में होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि मारे गए 12 में से 10 लोग ग्रामीण थे। सभी लोग तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे। इस दौरान पुलिस ने सभी को दौड़ाकर इनकाउंटर किया था।

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया बड़ा बयान
कहा- पीडिया मुठभेड़ में मारे गए सभी लोग नक्सली नहीं थे रायपुर। 10 मई को पीडिया मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराने का दावा पुलिस ने किया था। ग्रामीणों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताते हुए तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए गए गांव के लोगों को मारने का आरोप पुलिस पर लगाया था। इस मामले में कांग्रेस जांच दल के नेताओं ने बीजापुर के गंगालूर थानाक्षेत्र के मुतवेंडी में पीडिया के पीड़ितों से मुलाकात की थी। संतराम नेताम की अध्यक्षता में 8 सदस्य दल ने इस मामले की जांच की थी। वहीं अब कांग्रेस नेताओं ने इस मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीसीसी चीफ दीपक बैज, फूलोदेवी नेताम, शिव डहरिया समेत दो दर्जन पदाधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान दीपक बैज ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, पीडिया मुठभेड़ में मारे गए सभी लोग नक्सली नही थे। उन्होंने कहा हमने गांववालो से बातचीत के बाद रिपोर्ट तैयार की है। सिर्फ दो लोग संघम सदस्य थे, बाकी निर्दोष ग्रामीण थे। दीपक बैज ने आगे कहा कि, आदिवासी के जान माल पर कोई समझौता कांग्रेस को मंजूर नहीं। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा कि, हम पीडिया में हुई मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग करते हैं और यह जांच हाई कोर्ट के जज की निगरानी में होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि मारे गए 12 में से 10 लोग ग्रामीण थे। सभी लोग तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे। इस दौरान पुलिस ने सभी को दौड़ाकर इनकाउंटर किया था।