फिंगर प्रिंट लेने के बाद भी 300 परिवारों को नहीं मिला राशन
फिंगर प्रिंट लेने के बाद भी 300 परिवारों को नहीं मिला राशन
सहसपुर लोहारा के वार्ड नंबर 5, 6, 13, 14 और 15 वार्ड के हितग्राहियों ने जिला खाद्य अधिकारी से की शिकायत
कवर्धा। गरीब परिवारों के लिए प्रदेश सरकार अनेकों योजना चला रही है, इनमें से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना सरकार की सबसे बड़ी योजना है, ताकि प्रदेश का कोई भी गरीब परिवार भूखा न रहे है. लेकिन सहसपुर लोहारा के शासकीय उचित मूल्य के दुकान का संचालक इस योजना को फेल करने में लगा हुआ है.
सहसपुर लोहारा के वार्ड नंबर 05, 06, 13, 14 और 15 वार्ड के 500 से अधिक हितग्राहियों को बीते अप्रैल और मई माह से 35 किलो चावल नहीं मिला है. इस बात की शिकायत हितग्राहियों ने जिला खाद्य अधिकारी के पास की है, उसके बावजूद अभी तक गरीब परिवारों को राशन वितरण नहीं किया गया है. राशन नहीं मिलने से गरीब परिवारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
हितग्राहियों का आरोप है कि राशन दुकान के संचालक मनहरण श्रीवास द्वारा 500 लोगों को राशन दिया जाता था, लेकिन बीते दो माह का राशन महज 200 लोगों को ही दिया गया, शेष 300 लोगों को राशन देने में आनाकानी कर रहा है. सोसायटी संचालक पहले से ही फिंगर प्रिंट ले चुका है, उसके बावजूद भी गरीब परिवारों को सरकार की से मिलने वाली 35 किलो चावल नहीं दिया जा रहा है.
हितग्राहियों ने जब चावल देने की मांग करते है, तो उन लोगों को अभी स्टॉक में चावल नहीं होने का समझाइश देकर वापस लौटा देते हैं. भोले-भाले हितग्राही उल्टे पांव लौट जाते हैं, जबकि सरकार ने गरीबों के लिए पहले से ही राशन की व्यवस्था कर दी जाती है, ताकि कोई भी गरीब भूखा न सोए. इस मामले में चर्चा करने पर राशन दुकान संचालक मनहरण श्रीवास ने स्टॉक नहीं होने की वजह से राशन नहीं दिया जा रहा है.
सहसपुर लोहारा के वार्ड नंबर 5, 6, 13, 14 और 15 वार्ड के हितग्राहियों ने जिला खाद्य अधिकारी से की शिकायत
कवर्धा। गरीब परिवारों के लिए प्रदेश सरकार अनेकों योजना चला रही है, इनमें से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना सरकार की सबसे बड़ी योजना है, ताकि प्रदेश का कोई भी गरीब परिवार भूखा न रहे है. लेकिन सहसपुर लोहारा के शासकीय उचित मूल्य के दुकान का संचालक इस योजना को फेल करने में लगा हुआ है.
सहसपुर लोहारा के वार्ड नंबर 05, 06, 13, 14 और 15 वार्ड के 500 से अधिक हितग्राहियों को बीते अप्रैल और मई माह से 35 किलो चावल नहीं मिला है. इस बात की शिकायत हितग्राहियों ने जिला खाद्य अधिकारी के पास की है, उसके बावजूद अभी तक गरीब परिवारों को राशन वितरण नहीं किया गया है. राशन नहीं मिलने से गरीब परिवारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
हितग्राहियों का आरोप है कि राशन दुकान के संचालक मनहरण श्रीवास द्वारा 500 लोगों को राशन दिया जाता था, लेकिन बीते दो माह का राशन महज 200 लोगों को ही दिया गया, शेष 300 लोगों को राशन देने में आनाकानी कर रहा है. सोसायटी संचालक पहले से ही फिंगर प्रिंट ले चुका है, उसके बावजूद भी गरीब परिवारों को सरकार की से मिलने वाली 35 किलो चावल नहीं दिया जा रहा है.
हितग्राहियों ने जब चावल देने की मांग करते है, तो उन लोगों को अभी स्टॉक में चावल नहीं होने का समझाइश देकर वापस लौटा देते हैं. भोले-भाले हितग्राही उल्टे पांव लौट जाते हैं, जबकि सरकार ने गरीबों के लिए पहले से ही राशन की व्यवस्था कर दी जाती है, ताकि कोई भी गरीब भूखा न सोए. इस मामले में चर्चा करने पर राशन दुकान संचालक मनहरण श्रीवास ने स्टॉक नहीं होने की वजह से राशन नहीं दिया जा रहा है.