फ़लस्तीन समर्थकों के विरोध-प्रदर्शन के चलते ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक इमारत को बंद किया गया
फ़लस्तीन समर्थकों के विरोध-प्रदर्शन के चलते ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक इमारत को बंद किया गया
फ़लस्तीनी समर्थक एक ग्रुप के विरोध-प्रदर्शन के चलते ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक इमारत को बंद कर दिया गया है.
ऑक्सफोर्ड एक्शन फॉर फ़लस्तीन नाम का ये ग्रुप यूनिवर्सिटी के दफ्तरों में जाकर विरोध-प्रदर्शन कर रहा है.
यह ग्रुप यूनिवर्सिटी के साथ इसराइल-ग़ज़ा संघर्ष से संबंधित अपनी नीतियों पर बैठक की मांग कर रहा है.
बीबीसी ऑक्सफोर्ड रेडियो के रिपोर्टर फिल मेरसर के मुताबिक़, इमारत के बाहर सैकड़ों छात्र मौजूद हैं और पुलिस उन्हें अंदर जाने से रोक रही है.
उनके मुताबिक़, यह एक बड़ा आंदोलन है और पुलिस ग्रुप के लोगों को वापस भेज रही है.
हालांकि कुछ प्रदर्शनकारी फ़लस्तीन के झंडे के साथ इमारत के अंदर हैं और उनके पास अपनी मांगों की लिस्ट है.
विरोध-प्रदर्शन कर रहे ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, हमारी मांगों पर दो हफ्ते से यूनिवर्सिटी ने कोई जवाब नहीं दिया. इसलिए हम शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं.
अपने स्टूडेंट्स के साथ वार्ता करने के बजाए वीसी ने इमारत को खाली करवाना चुना. हम मांग करते हैं कि प्रशासन तुरंत हमारी मांगों को सुने.
यूनिवर्सिटी ने विरोध-प्रदर्शन पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़, सात अक्टूबर के बाद से ग़ज़ा में इसराइल के हमलों से 35 हज़ार से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हो चुकी हैं. इनमें से अधिकतर बच्चे और महिलाएं हैं.(bbc.com/hindi)
फ़लस्तीनी समर्थक एक ग्रुप के विरोध-प्रदर्शन के चलते ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक इमारत को बंद कर दिया गया है.
ऑक्सफोर्ड एक्शन फॉर फ़लस्तीन नाम का ये ग्रुप यूनिवर्सिटी के दफ्तरों में जाकर विरोध-प्रदर्शन कर रहा है.
यह ग्रुप यूनिवर्सिटी के साथ इसराइल-ग़ज़ा संघर्ष से संबंधित अपनी नीतियों पर बैठक की मांग कर रहा है.
बीबीसी ऑक्सफोर्ड रेडियो के रिपोर्टर फिल मेरसर के मुताबिक़, इमारत के बाहर सैकड़ों छात्र मौजूद हैं और पुलिस उन्हें अंदर जाने से रोक रही है.
उनके मुताबिक़, यह एक बड़ा आंदोलन है और पुलिस ग्रुप के लोगों को वापस भेज रही है.
हालांकि कुछ प्रदर्शनकारी फ़लस्तीन के झंडे के साथ इमारत के अंदर हैं और उनके पास अपनी मांगों की लिस्ट है.
विरोध-प्रदर्शन कर रहे ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, हमारी मांगों पर दो हफ्ते से यूनिवर्सिटी ने कोई जवाब नहीं दिया. इसलिए हम शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं.
अपने स्टूडेंट्स के साथ वार्ता करने के बजाए वीसी ने इमारत को खाली करवाना चुना. हम मांग करते हैं कि प्रशासन तुरंत हमारी मांगों को सुने.
यूनिवर्सिटी ने विरोध-प्रदर्शन पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़, सात अक्टूबर के बाद से ग़ज़ा में इसराइल के हमलों से 35 हज़ार से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हो चुकी हैं. इनमें से अधिकतर बच्चे और महिलाएं हैं.(bbc.com/hindi)