‘ योग इकोनॉमी को बढ़ते देख रही दुनिया’, Yoga Day पर श्रीनगर में बोले PM मोदी
श्रीनगर 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश-दुनिया में योग को लेकर उत्साह बना...
श्रीनगर
10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश-दुनिया में योग को लेकर उत्साह बना हुआ है. इस बीच श्रीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष योग कार्यक्रम में शिरकत की. उन्होंने कहा कि बीते दस सालों में योग के विस्तार से सभी पुरानी धारणाएं बदली हैं. योग अब सीमित दायरे से बाहर निकल रहा है.
पीएम मोदी ने योग दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कश्मीर आने का सौभाग्य मिला है. हमें योग से जो शक्ति मिलती है, मैं श्रीनगर में उसे महसूस कर रहा हूं. मैं देश के सभी लोगों और दुनिया के कोने-कोने में योग करने वालों को कश्मीर की धरती से योग दिवस की बधाई देता हूं. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 10 वर्ष की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर चुका है.
उन्होंने कहा कि मैं अब दुनिया में जहां भी जाता हूं, वैश्विक नेता अब योग की बातें करते हैं. जिसे भी मौका मिलता है, वह योग की चर्चा शुरू कर देता है. दुनियाभर से लोग ऑथेंटिक योग सीखने भारत आते हैं. आज पूरी दुनिया में योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. लोगों में योग के प्रति आकर्षण बढ़ा है. योग अब लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कहा कि जम्मू कश्मीर योग-साधना की भूमि है. इससे उत्पादकता और सहनशक्ति बढ़ती है. योग से नए अवसर पैदा हुए हैं. योग केवल विद्या नहीं बल्कि विज्ञान है. योग से एकाग्रता बढ़ती है. योग पर अब रिसर्च हो रही है. योग टूरिज्म का नया ट्रेंड बन गया है.
उन्होंने कहा कि इस साल भारत में फ्रांस की 101 साल की महिला योगा शिक्षिका को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. वह कभी भारत नहीं आई लेकिन उन्होंने पूरा जीवन योग को लेकर जागरूकता फैलाने में लगा दिया. आज देश-दुनिया की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज और संस्थानों में योग पर रिसर्च हो रही है. योग पर रिसर्च पेपर पब्लिश हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनियाभर के लोग भारत सिर्फ इसलिए आते हैं क्योंकि उन्हें ऑथेंटिक योग सीखना है. जर्मनी में इस समय डेढ़ करोड़ योग ट्रेनर हैं. आज दुनिया एक नई योग इकोनॉमी को आगे बढ़ती देख रही है. ऋषिकेश से लेकर केरल तक योग टूरिज्म का नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है. आज एयरपोर्ट से लेकर होटलों तक योग के लिए विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं. बाजारों में योग से जुड़े परिधा और उपकरण बडे़ पैमाने पर मिल रहे हैं. लोग अपनी फिटनेस के लिए पर्सनल योग ट्रेनर तक रख रहे हैं. कंपनियां भी अपने कर्मचारियों के लिए योग और माइंडफुलनेस प्रोग्राम शुरू कर रही हैं. इससे रोजगार के नए मौके मिल रहे हैं.
योग से समाज में आ रहा बदलाव
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में योग करने वालों की तादात बढ़ रही है. विश्व के कई देशों में योग दिनचर्या का हिस्सा बन रहा है. सऊदी में तो योग एजुकेशन सिस्टम में ही शामिल है. योग पर आज रिसर्च हो रही है. नेता भी अब योग की बातें करते हैं. योग से समाज में बदलाव आ रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के सभी वरिष्ठ नेताओं को जब भी मौका मिलता है वह योग की चर्चा जरूर कर अपनी जिज्ञासा को समाप्त करते हैं. मंगोलिया में भी मंगोलिया योग फाउंडेशन के तहत कई स्कूल चलाए जा रहे हैं. दुनिया के अन्य देशों में भी योग का चलन तेजी से बढ़ा है. जर्मनी में आज करीब 1 करोड़ लोग योग प्रेक्टिशनर बन चुके हैं. इसी साल भारत में फ्रांस की 101 साल की महिला योग टीचर को पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया था, जबकि वह कभी भारत नहीं आईं लेकिन उन्होंने योग प्रचार के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. आज विश्व के बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशन्स और यूनिवर्सिटीज में योग को महत्व दिया जा रहा है.
2015 में हुई अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत
बता दें कि योग दिवस (Yoga Day) की शुरुआत पहली बार साल 2015 में हुई थी. भारत ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे 177 देशों का समर्थन मिला, जिसके बाद 11 दिसंबर 2014 को यूएन ने इसे मंजूरी दे दी. स्वस्थ्य रहने के लिए योग से बेहतर कुछ भी नहीं, भारत के इस मंत्र को आज पूरी दुनिया मान रही है. यही वजह है कि दुनियाभर में योग दिवस मनाया जा रहा है.