रूस ने यूक्रेन के एनर्जी इन्फ़्रास्ट्रक्चर को क्यों बनाया निशाना?

रूस ने यूक्रेन पर सोमवार की सुबह मिसाइल और ड्रोन से कई हमले किए हैं. इसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने हमले के लिए 100 से ज़्यादा मिसाइल और 100 ड्रोन इस्तेमाल किए हैं. ये हमले कीएव, खारकीव, ओडेसा और पश्चिमी एरिया पर किए गए हैं. यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल ने बताया है कि हमले में देश के एनर्जी इंस्ट्राफक्चर को निशाना बनाया जा रहा है. इसको देखते हुए एयर रेड अलर्ट जारी किया गया है. यूक्रेन की वायु सेना ने बताया कि रूस लगातार हवाई हमले कर रहा है. ड्रोन अभी भी हमारे क्षेत्र में हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के अधिकारी एंड्री सिबिहा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है आज के रूसी हमले में 100 से ज़्यादा मिसाइलों और लगभग 100 ड्रोन से कीएव एचपीपी (हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट) सहित यूक्रेन के सिविल इन्फ़्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया. उन्होंने आगे कोई विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा, दुखद बात है कि इसमें लोग हताहत हुए हैं. यूक्रेनी अधिकारी के मुताबिक़ पनबिजली संयंत्र को निशाना बनाए जाने से कई लोग हताहत हुए हैं रूस ने भी इन हमलों की पुष्टि की है और कहा है कि उसने रातभर हवाई हमलों में यूक्रेनी ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया है. यह एक ऐसी रणनीति है जिसे रूसी सेना ने जंग की शुरुआत से ही अपनाया है. यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि ये हमले सर्दियों के महीनों से पहले बिजली नेटवर्क को नुक़सान पहुंचाने का एक संगठित प्रयास है. रूस ने इन्फ़्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाने की बात स्वीकार की. इस बीच यूक्रेन के 10 क्षेत्रों में बिजली के बुनियादी ढांचे पर हमले की ख़बरें मिली हैं. इसमें उत्तर-पश्चिम में रिव्ने और वोलिन से लेकर दक्षिण-पूर्व में ज़ापोरिज्जिया तक का इलाक़ा शामिल है. इन हमलों में यूक्रेन की राजधानी कीएव में मौजूद एक जलविद्युत संयंत्र भी शामिल है, जहां एक बांध क्षतिग्रस्त हो गया. रूस के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि उसने यूक्रेन के नौ क्षेत्रों में बिजली सब स्टेशनों और तीन क्षेत्रों में गैस कंप्रेसर स्टेशनों पर हमला किया है यूक्रेनी राष्ट्रीय पावर ग्रिड ऑपरेटर को सिस्टम को चालू रखने के लिए आपातकालीन ब्लैकआउट लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है कीएव के कुछ हिस्सों सहित कई इलाकों में बिजली कटौती और पानी की आपूर्ति बाधित होने की ख़बरें आ रही हैं. रूस ने ऐसे समय पर हमला किया जब यूक्रेन कुर्स्क क्षेत्र की कई जगहों पर प्रवेश कर चुका है. रूस ने 24 फ़रवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था और तब से लेकर अभी तक दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है.(bbc.com/hindi)

रूस ने यूक्रेन के एनर्जी इन्फ़्रास्ट्रक्चर को क्यों बनाया निशाना?
रूस ने यूक्रेन पर सोमवार की सुबह मिसाइल और ड्रोन से कई हमले किए हैं. इसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने हमले के लिए 100 से ज़्यादा मिसाइल और 100 ड्रोन इस्तेमाल किए हैं. ये हमले कीएव, खारकीव, ओडेसा और पश्चिमी एरिया पर किए गए हैं. यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल ने बताया है कि हमले में देश के एनर्जी इंस्ट्राफक्चर को निशाना बनाया जा रहा है. इसको देखते हुए एयर रेड अलर्ट जारी किया गया है. यूक्रेन की वायु सेना ने बताया कि रूस लगातार हवाई हमले कर रहा है. ड्रोन अभी भी हमारे क्षेत्र में हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के अधिकारी एंड्री सिबिहा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है आज के रूसी हमले में 100 से ज़्यादा मिसाइलों और लगभग 100 ड्रोन से कीएव एचपीपी (हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट) सहित यूक्रेन के सिविल इन्फ़्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया. उन्होंने आगे कोई विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा, दुखद बात है कि इसमें लोग हताहत हुए हैं. यूक्रेनी अधिकारी के मुताबिक़ पनबिजली संयंत्र को निशाना बनाए जाने से कई लोग हताहत हुए हैं रूस ने भी इन हमलों की पुष्टि की है और कहा है कि उसने रातभर हवाई हमलों में यूक्रेनी ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया है. यह एक ऐसी रणनीति है जिसे रूसी सेना ने जंग की शुरुआत से ही अपनाया है. यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि ये हमले सर्दियों के महीनों से पहले बिजली नेटवर्क को नुक़सान पहुंचाने का एक संगठित प्रयास है. रूस ने इन्फ़्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाने की बात स्वीकार की. इस बीच यूक्रेन के 10 क्षेत्रों में बिजली के बुनियादी ढांचे पर हमले की ख़बरें मिली हैं. इसमें उत्तर-पश्चिम में रिव्ने और वोलिन से लेकर दक्षिण-पूर्व में ज़ापोरिज्जिया तक का इलाक़ा शामिल है. इन हमलों में यूक्रेन की राजधानी कीएव में मौजूद एक जलविद्युत संयंत्र भी शामिल है, जहां एक बांध क्षतिग्रस्त हो गया. रूस के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि उसने यूक्रेन के नौ क्षेत्रों में बिजली सब स्टेशनों और तीन क्षेत्रों में गैस कंप्रेसर स्टेशनों पर हमला किया है यूक्रेनी राष्ट्रीय पावर ग्रिड ऑपरेटर को सिस्टम को चालू रखने के लिए आपातकालीन ब्लैकआउट लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है कीएव के कुछ हिस्सों सहित कई इलाकों में बिजली कटौती और पानी की आपूर्ति बाधित होने की ख़बरें आ रही हैं. रूस ने ऐसे समय पर हमला किया जब यूक्रेन कुर्स्क क्षेत्र की कई जगहों पर प्रवेश कर चुका है. रूस ने 24 फ़रवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था और तब से लेकर अभी तक दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है.(bbc.com/hindi)