मुंबई, 1 अप्रैल। मध्य एशिया में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने और यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत के कारण सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़कर 2,263.53 डॉलर प्रति औंस के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की तेजी को देखते हुए भारत में एमसीएक्स सोने की कीमत (अप्रैल 2024 की समाप्ति के लिए सोना वायदा अनुबंध) सोमवार को शुरुआती कारोबार में 69,487 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। सुबह 11:26 बजे यह 68,828 रुपये के आसपास थी।
कामा ज्वेलरी के संस्थापक और एमडी कॉलिन शाह ने कहा, यूएस फेड द्वारा दरों में कटौती के संकेत के कारण सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। सुरक्षित निवेश के लिए सोना हर समय लोगों की पसंद रहा है।
कम ब्याज दर की स्थिति में लोग दूसरेे क्षेत्राें में निवेेेश की अपेक्षा सोनेे में अधिक निवेश करना पसंद करते हैं। इससे सोने की कीमतों में वृद्धि होती है।
बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिमों और चीन के नेतृत्व में केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ने भी सोने की कीमतों को बढ़ावा दिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष के लाल सागर क्षेत्र तक फैलने व भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बीच निवेशक सोने मे निवेश को सुरक्षित मानकर चल रहे हैं।
गौरतलब है कि छह महीनेे से सोने की कीमतें लगातार बढ़ी हैं। एमके वेल्थ मैनेजमेंट के अनुसंधान प्रमुख डॉ. जोसेफ थॉमस ने कहा कि मिल रहे संकेतों के मुताबिक भविष्य में भी सोने की कीमतें बढ़ती रहेंगी।
(आईएएनएस)
मुंबई, 1 अप्रैल। मध्य एशिया में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने और यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत के कारण सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़कर 2,263.53 डॉलर प्रति औंस के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की तेजी को देखते हुए भारत में एमसीएक्स सोने की कीमत (अप्रैल 2024 की समाप्ति के लिए सोना वायदा अनुबंध) सोमवार को शुरुआती कारोबार में 69,487 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। सुबह 11:26 बजे यह 68,828 रुपये के आसपास थी।
कामा ज्वेलरी के संस्थापक और एमडी कॉलिन शाह ने कहा, यूएस फेड द्वारा दरों में कटौती के संकेत के कारण सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। सुरक्षित निवेश के लिए सोना हर समय लोगों की पसंद रहा है।
कम ब्याज दर की स्थिति में लोग दूसरेे क्षेत्राें में निवेेेश की अपेक्षा सोनेे में अधिक निवेश करना पसंद करते हैं। इससे सोने की कीमतों में वृद्धि होती है।
बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिमों और चीन के नेतृत्व में केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ने भी सोने की कीमतों को बढ़ावा दिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष के लाल सागर क्षेत्र तक फैलने व भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बीच निवेशक सोने मे निवेश को सुरक्षित मानकर चल रहे हैं।
गौरतलब है कि छह महीनेे से सोने की कीमतें लगातार बढ़ी हैं। एमके वेल्थ मैनेजमेंट के अनुसंधान प्रमुख डॉ. जोसेफ थॉमस ने कहा कि मिल रहे संकेतों के मुताबिक भविष्य में भी सोने की कीमतें बढ़ती रहेंगी।
(आईएएनएस)