हमास और इसराइल के बीच मध्यस्थता के लिए क़तर पहुंचे एंटनी ब्लिंकन
हमास और इसराइल के बीच मध्यस्थता के लिए क़तर पहुंचे एंटनी ब्लिंकन
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन बुधवार को क़तर पहुंचे.
वो ग़जा में सीजफ़ायर और बंधकों की रिहाई के नए प्रस्ताव को सफ़ल बनाने के लिए क़तर पहुंचे हैं.
वहीं, अमेरिका ने कहा है कि अमेरिका समर्थित संघर्ष विराम प्रस्ताव पर हमास के जवाब का मूल्यांकन कर रहा है.
हमास ने इस प्रस्ताव पर मंगलवार की रात को जवाब दिया था.
हमास ने कहा है कि इस प्रस्ताव पर उसका जवाब सकारात्मक है और इसराइल के साथ समझौते तक पहुंचने का रास्ता खोलता है.
लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है. क्योंकि फ़लस्तीनी समूह और इसराइल ने अभी तक इस प्रस्ताव को सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया है.
इसराइली सरकार ने इस पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है. लेकिन एक इसराइली अधिकारी ने बताया कि हमास का जवाब इस प्रस्ताव को नकारने के समान है.
अमेरिका और मिस्र के साथ क़तर भी हमास और इसराइल के बीच मध्यस्थता कर रहा है.
ग़ज़ा में पिछले आठ महीने से युद्ध जारी है जिसमें बड़े पैमाने पर लोग मारे गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़, ग़ज़ा की अधिकतर आबादी पर भुखमरी का ख़तरा है.
हमास के 7 अक्टूबर को उत्तरी इसराइल पर हमला करने के बाद इसराइल ने ग़ज़ा में हमास को समाप्त करने के उद्देश्य से सैन्य अभियान शुरू किया था, जो अभी तक जारी है.
इस युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों के क़तर, मिस्र और अमेरिका की मध्यस्थता में कई बार वार्ता हो चुकी है.(bbc.com/hindi)
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन बुधवार को क़तर पहुंचे.
वो ग़जा में सीजफ़ायर और बंधकों की रिहाई के नए प्रस्ताव को सफ़ल बनाने के लिए क़तर पहुंचे हैं.
वहीं, अमेरिका ने कहा है कि अमेरिका समर्थित संघर्ष विराम प्रस्ताव पर हमास के जवाब का मूल्यांकन कर रहा है.
हमास ने इस प्रस्ताव पर मंगलवार की रात को जवाब दिया था.
हमास ने कहा है कि इस प्रस्ताव पर उसका जवाब सकारात्मक है और इसराइल के साथ समझौते तक पहुंचने का रास्ता खोलता है.
लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है. क्योंकि फ़लस्तीनी समूह और इसराइल ने अभी तक इस प्रस्ताव को सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया है.
इसराइली सरकार ने इस पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है. लेकिन एक इसराइली अधिकारी ने बताया कि हमास का जवाब इस प्रस्ताव को नकारने के समान है.
अमेरिका और मिस्र के साथ क़तर भी हमास और इसराइल के बीच मध्यस्थता कर रहा है.
ग़ज़ा में पिछले आठ महीने से युद्ध जारी है जिसमें बड़े पैमाने पर लोग मारे गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़, ग़ज़ा की अधिकतर आबादी पर भुखमरी का ख़तरा है.
हमास के 7 अक्टूबर को उत्तरी इसराइल पर हमला करने के बाद इसराइल ने ग़ज़ा में हमास को समाप्त करने के उद्देश्य से सैन्य अभियान शुरू किया था, जो अभी तक जारी है.
इस युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों के क़तर, मिस्र और अमेरिका की मध्यस्थता में कई बार वार्ता हो चुकी है.(bbc.com/hindi)