16 साल की सौम्या ने किया एवरेस्ट फतह, अब अंटार्कटिका के विनसन मैसीफ पर निगाहें
16 साल की सौम्या ने किया एवरेस्ट फतह, अब अंटार्कटिका के विनसन मैसीफ पर निगाहें
नई दिल्ली, 23 मई । सोलह साल की काम्या कार्तिकेयन माउंट एवरेस्ट के शिखर पर नेपाल की तरफ से पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं। नेवी चिल्ड्रन स्कूल, मुंबई की 12वीं कक्षा की छात्रा की इस उपलब्धि पर भारतीय नौसेना ने गुरुवार को उन्हें बधाई दी। काम्या ने अपने पिता और नौसेना अधिकारी कमांडर एस. कार्तिकेयन के साथ 20 मई को 8,849 मीटर ऊंचे पर्वत शिखर को फतह करने का कारनामा कर दिखाया था।
नौसेना ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, काम्या ने सात में से छह महादेशों के सबसे ऊंचे पर्वत शिखरों पर पहुंचने में अदम्य और सतत साहस का परिचय दिया है। भारतीय नौसेना सभी सात महादेशों के सर्वोच्च शिखरों पर फतह हासिल कर ऐसा करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बनने की उनकी महत्वाकांक्षा के लिए युवा काम्या को शुभकामनाएं देती है। काम्या का अगला लक्ष्य इस साल दिसंबर में अंटार्कटिका का माउंट विनसन मैसीफ को फतह करना है।
यह मुकाम हासिल करते ही वह सभी सात महादेशों के सर्वोच्च शिखरों पर पहुंचने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन जाएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 के मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि छोटी उम्र की काम्या कार्तिकेयन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। जनवरी 2021 में उन्होंने युवा पर्वतारोही (जो उस समय मात्र 13 साल की थी) से वर्चुअली संवाद किया था। उन्होंने राष्ट्रपति बाल पुरस्कार प्राप्त करने पर सौम्या को बधाई देते हुए उसे और अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए शुभकामनाएं दी थीं। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 मई । सोलह साल की काम्या कार्तिकेयन माउंट एवरेस्ट के शिखर पर नेपाल की तरफ से पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं। नेवी चिल्ड्रन स्कूल, मुंबई की 12वीं कक्षा की छात्रा की इस उपलब्धि पर भारतीय नौसेना ने गुरुवार को उन्हें बधाई दी। काम्या ने अपने पिता और नौसेना अधिकारी कमांडर एस. कार्तिकेयन के साथ 20 मई को 8,849 मीटर ऊंचे पर्वत शिखर को फतह करने का कारनामा कर दिखाया था।
नौसेना ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, काम्या ने सात में से छह महादेशों के सबसे ऊंचे पर्वत शिखरों पर पहुंचने में अदम्य और सतत साहस का परिचय दिया है। भारतीय नौसेना सभी सात महादेशों के सर्वोच्च शिखरों पर फतह हासिल कर ऐसा करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बनने की उनकी महत्वाकांक्षा के लिए युवा काम्या को शुभकामनाएं देती है। काम्या का अगला लक्ष्य इस साल दिसंबर में अंटार्कटिका का माउंट विनसन मैसीफ को फतह करना है।
यह मुकाम हासिल करते ही वह सभी सात महादेशों के सर्वोच्च शिखरों पर पहुंचने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन जाएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 के मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि छोटी उम्र की काम्या कार्तिकेयन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। जनवरी 2021 में उन्होंने युवा पर्वतारोही (जो उस समय मात्र 13 साल की थी) से वर्चुअली संवाद किया था। उन्होंने राष्ट्रपति बाल पुरस्कार प्राप्त करने पर सौम्या को बधाई देते हुए उसे और अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए शुभकामनाएं दी थीं। -(आईएएनएस)