गर्मी में पेयजल समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
गर्मी में पेयजल समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
2 दिन में समाधान न करने पर चक्काजाम की दी चेतावनी
राजनादगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के गांव मोतीपुर में ग्रामीणों को भीषण गर्मी में पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस परेशानी के चलते मोतीपुर निवासियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि दो दिनों में पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामीण 15 मई को कुमर्दा मुख्य सड़क पर चक्काजाम करेंगें।
बता दें, ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर को बताया कि, पिछले कुछ महीनो से उनके गांव में लोगों को पेयजल नहीं मिल पा रहा है। यहां नलजल योजना ठप पडी़ हुई है। गांव में दो बोर और एक हैंडपंप है, लेकिन उससे पानी नहीं आ रहा है। स्कूल के एक हैंडपंप से गुजारा चल रहा है।
कलेक्टर को पहले भी दिया था ज्ञापन-
ग्राम मोतीपुर के निवासी दिलीप निर्मलकर और शत्रुघ्न निर्मलकर ने कहा- बीते 22 अप्रैल को भी इस समस्या को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसके बाद पीएचई विभाग के लोग आए लेकिन समस्या का हल नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि गांव में दो बोर और एक हैंडपंप है जिसमें से दोनों बोर के मोटर पंप खराब हो चुके हैं। वहीं एक हैंड पंप से पानी नहीं आ रहा है। जिसके चलते लोगों को पेयजल के लिए समस्या हो रही है।
2 दिन में पेयजल समस्या का मांग हल-
अब एक बार फिर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर, भीषण गर्मी का हवाला देते हुए कलेक्टर को दो दिवस के भीतर गांव में पेयजल सुचारू रूप से उपलब्ध कराने की मांग की है। वहीं समस्या का समाधान नहीं होने पर अपने ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने कुमर्दा मुख्य सड़क पर 15 मई को चक्का जाम करने की चेतावनी भी दी है।
2 दिन में समाधान न करने पर चक्काजाम की दी चेतावनी
राजनादगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के गांव मोतीपुर में ग्रामीणों को भीषण गर्मी में पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस परेशानी के चलते मोतीपुर निवासियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि दो दिनों में पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामीण 15 मई को कुमर्दा मुख्य सड़क पर चक्काजाम करेंगें।
बता दें, ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर को बताया कि, पिछले कुछ महीनो से उनके गांव में लोगों को पेयजल नहीं मिल पा रहा है। यहां नलजल योजना ठप पडी़ हुई है। गांव में दो बोर और एक हैंडपंप है, लेकिन उससे पानी नहीं आ रहा है। स्कूल के एक हैंडपंप से गुजारा चल रहा है।
कलेक्टर को पहले भी दिया था ज्ञापन-
ग्राम मोतीपुर के निवासी दिलीप निर्मलकर और शत्रुघ्न निर्मलकर ने कहा- बीते 22 अप्रैल को भी इस समस्या को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसके बाद पीएचई विभाग के लोग आए लेकिन समस्या का हल नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि गांव में दो बोर और एक हैंडपंप है जिसमें से दोनों बोर के मोटर पंप खराब हो चुके हैं। वहीं एक हैंड पंप से पानी नहीं आ रहा है। जिसके चलते लोगों को पेयजल के लिए समस्या हो रही है।
2 दिन में पेयजल समस्या का मांग हल-
अब एक बार फिर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर, भीषण गर्मी का हवाला देते हुए कलेक्टर को दो दिवस के भीतर गांव में पेयजल सुचारू रूप से उपलब्ध कराने की मांग की है। वहीं समस्या का समाधान नहीं होने पर अपने ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने कुमर्दा मुख्य सड़क पर 15 मई को चक्का जाम करने की चेतावनी भी दी है।